संगठनों ने कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय में तालाबंदी की
रांची : स्थानीय नीति तय किये बिना नियुक्ति परीक्षा लेने के विरोध में रविवार को कई संगठनों ने कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय में तालाबंदी की. सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा के आह्वान पर तालाबंदी कार्यक्रम में झारखंड छात्र संघ, आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच, आदिवासी जन परिषद, आदिवासी छात्र संघ, खतियानी परिवार, आदिवासी मूलवासी महासभा के प्रतिनिधि शामिल हुए.
प्रतिनिधियों ने कहा कि बगैर स्थानीय नीति लागू हुए राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा लगातार की जा रही नियुक्ति परीक्षा पर रोक लगनी चाहिए. उनकी मांगें नहीं माने जाने पर 15 जून को झारखंड बंद किया जायेगा. कार्यालय के समक्ष सभा को संबोधित करते हुए एस अली ने कहा कि राज्य कर्मचारी चयन आयोग दूसरे राज्य की एजेंसियों द्वारा परीक्षा का आयोजन करता है.
यही नहीं मेरिट में आनेवाले अनुसूचित जाति/जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को सामान्य पदों का लाभ न देकर 50 प्रतिशत सुरक्षित सामान्य पदों पर दूसरे राज्य के लोगों को बेच दिया जा रहा है.
इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि राज्य की नियुक्तियों में झारखंडियों का पूर्ण अधिकार है. इसे रोकना झारखंडियों के साथ अन्याय होगा. मौके पर देव दयाल कुशवाहा, जतरू उरांव, शिव उरांव, रवि पीटर, रजी अहमद, बाबू भाई विद्रोही, इमरान अंसारी, चंपा कुजूर, मो हकीम, जुगेश उरांव, श्रवण लोहरा, मो. फुरकान, कौशिक महतो उपस्थित थे.
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