Indra Mani Upadhyay ने लिखा है--
कल पूरा तिनसुकिया बन्द था बाजार दुकान सड़कें.. अजीब सा सन्नाटा, किसलिए.. इस लड़की के लिए जिसका नाम चंपा क्षेत्री बताया जा रहा है। 20 वर्ष की यह लड़की 29 apr को अचानक गायब हुई फिर जब वह मार्घेरिटा पुलिस द्वारा 3 मई को लामा गाँव के पास दिहिंग नदी में मिली (लाश) तो किस हालत में थी.. उफ़ (फोटो में खुद देखें)। अपहरण बलात्कार फिर नृशंश हत्या.....।
कल AASGU के आह्वान पर 12 घंटे का बंद रखा गया। पुलिस ने लीडो क्षेत्र के 'बिश्वजीत क्षेत्री' और 'मोइनुल अली' नामक दो युवकों को इस आरोप में चिन्हित/गिरफ्तार किया है।
फिलहाल यह घटना भी इसी देश की है (गर आप इसे अपना मानते हों, क्योंकि आपके लिए दिल्ली ही देश है) पर डिग्री के फेर में उलझे देश को क्या किसी राष्ट्रीय चैनल या अख़बार में यह खबर नजर आई??? आएगी क्यों वैसे भी केरल से असम तक यह बातें राष्ट्रीय चरित्र बन चुकी हैं, इसलिए अब ये न्यूज़ का, प्राइम टाइम का टॉपिक नही रहीं।
तो प्यारे देशवासियों, मीडिया सुपरमैन्स, संसद में बैठे चौकीदारों... आप डिग्री-डिग्री खेलिए, हम चम्पाओं, जीशाओं की लड़ाई लड़ लेंगे, खुद ही उनकी आवाज़ बनेंगे...
বাঙালির সম্পূর্ণ ভূগোল,ইতিহাস,সংস্কৃতি,সাহিত্য, শিল্প,অর্থ,বাণিজ্য,বিশ্বায়ণ,রুখে দাঁড়াবার জেদ, বৌদ্ধময় ঐতিহ্য, অন্ত্যজ ব্রাত্য বহিস্কৃত শরণার্থী জীবন যাপনকে আত্মপরিচয়,চেতনা,মাতৃভাষাকে রাজনৈতিক সীমানা ডিঙিয়ে আবিস্কার করার প্রচেষ্টা এই ব্লগ,আপনার লেখাও চাই কিন্তু,যে স্বজনদের সঙ্গে যোগাযাগ নেই,তাঁদের খোঁজে এই বাস্তুহারা তত্পরতা,যেখবর মীডিয়া ছাপে না, যারা ক্ষমতার, আধিপাত্যের বলি প্রতিনিয়তই,সেই খবর,লেখা পাঠান,খবর দিন এখনই এই ঠিকানায়ঃpalashbiswaskl@gmail.com
Tuesday, May 10, 2016
Indra Mani Upadhyay ने लिखा है-- कल पूरा तिनसुकिया बन्द था बाजार दुकान सड़कें.. अजीब सा सन्नाटा, किसलिए.. इस लड़की के लिए जिसका नाम चंपा क्षेत्री बताया जा रहा है। 20 वर्ष की यह लड़की 29 apr को अचानक गायब हुई फिर जब वह मार्घेरिटा पुलिस द्वारा 3 मई को लामा गाँव के पास दिहिंग नदी में मिली (लाश) तो किस हालत में थी.. उफ़ (फोटो में खुद देखें)। अपहरण बलात्कार फिर नृशंश हत्या.....। कल AASGU के आह्वान पर 12 घंटे का बंद रखा गया। पुलिस ने लीडो क्षेत्र के 'बिश्वजीत क्षेत्री' और 'मोइनुल अली' नामक दो युवकों को इस आरोप में चिन्हित/गिरफ्तार किया है। फिलहाल यह घटना भी इसी देश की है (गर आप इसे अपना मानते हों, क्योंकि आपके लिए दिल्ली ही देश है) पर डिग्री के फेर में उलझे देश को क्या किसी राष्ट्रीय चैनल या अख़बार में यह खबर नजर आई??? आएगी क्यों वैसे भी केरल से असम तक यह बातें राष्ट्रीय चरित्र बन चुकी हैं, इसलिए अब ये न्यूज़ का, प्राइम टाइम का टॉपिक नही रहीं। तो प्यारे देशवासियों, मीडिया सुपरमैन्स, संसद में बैठे चौकीदारों... आप डिग्री-डिग्री खेलिए, हम चम्पाओं, जीशाओं की लड़ाई लड़ लेंगे, खुद ही उनकी आवाज़ बनेंगे...
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