Monday, February 1, 2016

पुत्रजीवक बीज की जांच रिपोर्ट योग गुरु रामदेव के खिलाफ! सामाजिक न्याय और समता सहिष्णुता के झंडेवरदार बतावें क्या राजर्षि के लिए कानून कानून के रास्ते पर चलेगा?


पुत्रजीवक बीज की जांच रिपोर्ट योग गुरु रामदेव के खिलाफ!

सामाजिक न्याय और समता सहिष्णुता के झंडेवरदार बतावें क्या राजर्षि के लिए कानून कानून के रास्ते पर चलेगा?
पलाश विश्वास

हर चीज खाने पीने की अब पतंजलि है।गर्भ परीक्षण पर कानूनी प्रतिबंध है और पुत्र या पुत्री का विकल्प चुनना अपराध है।सजा का प्रावधान है।मगर राजर्षि बाबा रामदेव का ग्लोबल हिंदुत्व का योगाभ्यास समस कानून और देश के संविदान से ऊपर है।जिनने हाय तौबा मचाना था,मचा लिया।बाबा रामदेव और पतंजलि समूह पर कारपोरेट लाबी का भी कोई बस नहीं है।पुत्र जीवक पर कोई रोक नहीं है।जब रोक ही नहीं है तो इस जांच पड़ताल और रपट से मूर्ख किसे बनाना मकसद है?
अब समझ लीजिये कि हल्ला है,विवादास्पद आयुर्वेदिक दवा "पुत्रजीवक बीज" की जांच के लिए गठित समिति की जांच रिपोर्ट योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किल बढ़ा सकती है। उत्तराखंड सरकार द्वारा गठित जांच समिति की रिपोर्ट बाबा रामदेव के खिलाफ बताई गई है।

 गौरतलब है कियोग गुरु रामदेव की फार्मेसी की दवा "पुत्रजीवक बीज" की जांच के लिए उत्तराखंड सरकार ने पिछले साल तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। "पुत्रजीवक बीज" के बारे में प्रचारित किया जाता रहा है कि इसके सेवन से पुत्र होगा। जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री हरीश रावत को भेज दी गई है।उनकी अनुशंसा के बाद रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओम प्रकाश ने बताया है- "आयुर्वेदिक दवा पुत्रजीवक बीज की जांच रिपोर्ट रामदेव के पक्ष में नहीं है।" पुत्रजीवक बीज को लेकर विवाद पिछले साल 1 मई को खड़ा हो गया था जब राज्यसभा सदस्य केसी त्यागी के नेतृत्व में जदयू ने तत्काल प्रतिबंध की मांग करते हुए निर्माताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।

अब समझ लें कि इसके बाद केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार को मामले की जांच कराने का निर्देश दिया था। दूसरी ओर बाबा रामदेव ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि दवा महिलाओं में बांझपन के इलाज में मददगार है। पुत्र प्राप्ति की बात गलत और भ्रामक है।

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प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि पहले आयुष औषधि नियंत्रक पीडी चमोली ने अपनी जांच में बाबा रामदेव को क्लीनचिट दे दी थी। कहा था कि दवा का नाम प्राचीन आयुर्वेदिक पुस्तकों और साहित्य पर आधारित है। लेकिन चमोली की जांच रिपोर्ट के बाद उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य महानिदेशक और विधि विभाग को मामले की जांच करने के लिए कहा था। इसकी जांच रिपोर्ट बाबा रामदेव के खिलाफ गई है।

जल्द गठित होगा वैदिक शिक्षा बोर्ड: रामदेव

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि गुरुकुल शिक्षा के लिए केंद्र सरकार इसी वर्ष वैदिक बोर्ड का गठन कर देगी। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीन दौर की वार्ता हो चुकी है। गायों का सम्मान बढ़ाने के लिए पतंजलि योगपीठ द्वारा देश में राष्ट्रीय स्तर की चार आदर्श गोशालाएं खोलने की भी उन्होंने घोषणा की।

स्वामी रामदेव यहां कालवा गुरुकुल में अपने गुरु आचार्य बलदेव की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे। सभा में हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत समेत कई विशिष्ट अतिथियों ने आचार्य बलदेव के संकल्पों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। रामदेव ने कहा कि आजकल विवाद के लिए देश में नए-नए आडंबरों का सहारा लिया जा रहा है।

आकार में पृथ्वी से बड़े शनि देव की जिस परछाई से भी लोग दूर भागने का प्रयास करते हैं, उसकी पूजा को लेकर नया विवाद शुरू किया जा रहा है। पिछले दिन चार दिनों से इसकी खूब चर्चा हो रही है। मुझसे भी ईश्वर के बारे में सवाल पूछे जाते हैं। मेरा एक ही जवाब होता है, जो न कभी पैदा होता है तथा न कभी मरता है वही ईश्वर है।

देश में फिलहाल 13 करोड़ गाय हैं, जिनमें नौ करोड़ देसी तथा चार करोड़ संकर नस्ल की हैं। सरकार के साथ मिलकर उन्नत किस्म की नस्ल तैयार की जा रही है, ताकि देश में गायों को किसी का सहारा लेने की जरूरत न पड़े और वह खुद दूसरों को सहारा दे।


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