इलाहाबाद विश्वविद्यालय का पूव॓ छात्र होने के नाते वहां के ताजा घटनाक्रम पर मैं बेहद खुश हूं और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. इतने महान संस्थान के छात्रसंघ के उद्घाटन के लिये ऐसे विवादास्पद चरित्रों का आना दुभा॓ग्यपूण॓ होता. ऐसी संस्थाओं का उद्घाटन किसी विद्वान, बड़े बुद्धिजीवी या किसी भी क्षेत्र में समाज को रोशनी देने वाले किसी बड़े व्यक्तित्व से कराना चाहिये। अपढ़ किस्म के 'मंतरी-संतरी' को भी ऐसे मौकों पर नहीं न्यौतना चाहिये। प्रतिरोध का झंडा बुलंद करने वाले तमाम छात्रों को बधाई और शुभकामना.
বাঙালির সম্পূর্ণ ভূগোল,ইতিহাস,সংস্কৃতি,সাহিত্য, শিল্প,অর্থ,বাণিজ্য,বিশ্বায়ণ,রুখে দাঁড়াবার জেদ, বৌদ্ধময় ঐতিহ্য, অন্ত্যজ ব্রাত্য বহিস্কৃত শরণার্থী জীবন যাপনকে আত্মপরিচয়,চেতনা,মাতৃভাষাকে রাজনৈতিক সীমানা ডিঙিয়ে আবিস্কার করার প্রচেষ্টা এই ব্লগ,আপনার লেখাও চাই কিন্তু,যে স্বজনদের সঙ্গে যোগাযাগ নেই,তাঁদের খোঁজে এই বাস্তুহারা তত্পরতা,যেখবর মীডিয়া ছাপে না, যারা ক্ষমতার, আধিপাত্যের বলি প্রতিনিয়তই,সেই খবর,লেখা পাঠান,খবর দিন এখনই এই ঠিকানায়ঃpalashbiswaskl@gmail.com
Thursday, November 19, 2015
इलाहाबाद विश्वविद्यालय का पूव॓ छात्र होने के नाते वहां के ताजा घटनाक्रम पर मैं बेहद खुश हूं और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. इतने महान संस्थान के छात्रसंघ के उद्घाटन के लिये ऐसे विवादास्पद चरित्रों का आना दुभा॓ग्यपूण॓ होता. ऐसी संस्थाओं का उद्घाटन किसी विद्वान, बड़े बुद्धिजीवी या किसी भी क्षेत्र में समाज को रोशनी देने वाले किसी बड़े व्यक्तित्व से कराना चाहिये। अपढ़ किस्म के 'मंतरी-संतरी' को भी ऐसे मौकों पर नहीं न्यौतना चाहिये। प्रतिरोध का झंडा बुलंद करने वाले तमाम छात्रों को बधाई और शुभकामना.
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